श्रीनगर । जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार सुबह सुरक्षा बलों और पुलिस के संयुक्त अभियान के दौरान आतंकवादियों से मुठभेड़ शुरू हो गयी। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। पुलिस ने एक्स पर कहा, “पुलवामा जिले के फ्रैसीपोरा इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़। पुलिस और सुरक्षा बल का अभियान जारी है। विस्तृत जानकारी दी जायेगी।”
जम्मू कश्मीर
जम्मू। थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम इलाकों का दौरा किया। रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि जनरल पांडे ने राजौरी सेक्टर में अग्रिम इलाकों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि श्री पांडे को कमांडरों ने परिचालन तैयारियों और मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी।
यह भी देखें : सपा कार्यकर्ता लोकसभा के प्रत्येक बूथ को मजबूत करे _ प्रदीप यादव
श्री पांडे परिचालन तत्परता और नियंत्रण रेखा पर प्रभावी प्रभुत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख ने सैनिकों के साथ अपनी प्रेरक बातचीत के दौरान उन्हें परिचालन चुनौतियों का सामना करने में उनकी निरंतर व्यावसायिकता और दृढ़ता के लिए प्रोत्साहित किया
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सुरक्षाबलों ने सोमवार सुबह घुसपैठ के प्रयास को विफल करते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया है। जम्मू स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्त्वाल ने आज यहां बताया कि पुंछ में तड़के करीब दो बजे हमले के लिए घात लगाये जाने पता चला। प्रवक्ता ने बताया कि दो व्यक्तियों को पुंछ के देगवार तेरवा के सामान्य क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के पार घूमते देखा गया।
यह भी देखें : नहाते समय पुरहा नदी में डूबे किशोर का दूसरे दिन मिला शव
उन्होंने बताया कि गोलीबारी के दौरान एक आतंकवादी को गिरते हुए देखा गया और जबकि दूसरा आतंकवादी ने नियंत्रण रेखा पर वापस भागने के प्रयास में मारा गया। भारतीय सेना और पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जा रहा अभियान अभी जारी है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले रविवार को राजौरी जिले के खवास इलाके में भारतीय क्षेत्र में घुसने का प्रयास कर रहे एक आतंकवादी को चल रहे अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने मार गिराया गया था।
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करने का दावा करने के बाद सेना और पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार सुबह तलाशी अभियान चलाया। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि सोमवार तड़के पुंछ इलाके में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया है। उन्होंने कहा, “भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस का संयुक्त अभियान जारी है।”
यह भी देखें : मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी योजना 2023 रू आवेदन में आक्षेप पूर्ति 21 जुलाई तक
उन्होंने बताया कि 4024 तीर्थयात्री (2856 पुरुष, 826 महिलाएँ, 20 बच्चे, 297 साधु और 25 साध्वियाँ) 146 वाहनों के काफिले में पहलगाम के लिए रवाना हुए तथा 3368 तीर्थयात्री (2041 पुरुष, 1269 महिलाएँ, 15 बच्चे, 22 साधु, एक साध्वी) कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 126 वाहनों के काफिले में बालटाल के लिए रवाना हुए। अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को 24,445 तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा में दर्शन किये इनमें 17,583 पुरुष, 5,643 महिलाएं, 993 बच्चे, 220 साधु और छह साध्वियां शामिल थीं। उन्होंने बताया कि अभी तक एक लाख 87 हजार 14 श्रद्धालु पवित्र अमरनाथ गुफा में दर्शन कर चुके है।
यह भी देखें : पदोन्नति, वेतन विसंगति सहित अन्य मांगों को लेकर खंड शिक्षा संघ लखनऊ में देगा एक दिवसीय धरना
उन्होंने कहा कि खराब मौसम के कारण श्रीनगर से बालटाल और पहलगाम मार्गों के लिए यात्रा पहले ही शुक्रवार को निलंबित कर दी गई थी और बालटाल तथा पहलगाम आधार शिविरों में तीर्थयात्रियों की भीड़ को रोकने के लिए आज सुबह जम्मू से कोई भी जत्था रवाना नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि आज सुबह भारी बारिश के कारण रामबन में भूस्खलन भी हुआ, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करना पड़ा है। रामबन की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा ने ट्वीट किया, “एनएच 44 पर विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के साथ-साथ भूस्खलन, और पत्थर गिरने की घटना हुई है।” उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग को अगली मिलने तक बंद कर दिया गया है। यात्री टीयूसी से मंजूरी मिलने पर यात्रा की योजना बनाये।
यह भी देखें : अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा ने किया पालिकाध्यक्ष का स्वागत
उन्होंने बताया कि हादसे में 10 लोगों की मौत हो गयी और करीब 40 लोग घायल हो गये। पुलिस और स्थानीय लोगों ने हादसे के तुरंत बाद बचाव अभियान शुरू कर दिया। हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए पांच लोगों को जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेजा गया है, जबकि अन्य को डंसल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। जम्मू की उपायुक्त अवनी लवासा ने भी हादसे की पुष्टि की है।
श्रीनगर।जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को श्रीनगर में जबरवान की तलहटी में एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन को जनता के लिए खोल दिया।श्रीनगर में खराब मौसम और रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच डल झील के किनारे विशाल ट्यूलिप गार्डन में महिलाओं और बच्चों सहित बड़ी संख्या में लोगों को देखा गया।
यह भी देखें : होली मिलन समारोह में गुलाल अबीर के साथ कविताओं के जरिए छोड़े गए व्यंग बाण
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दुनिया भर के लोगों को जम्मू-कश्मीर आने और 16 लाख ट्यूलिप फूलों की सुंदरता और लोगों के गर्मजोशी भरे आतिथ्य का आनंद लेने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने ट्यूलिप गार्डन में लगे सैकड़ों बागवानों और श्रमिकों के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि पिछले साल 3.60 लाख पर्यटकों ने ट्यूलिप गार्डन का दौरा किया था और मुझे विश्वास है कि इस साल यह संख्या और बढ़ेगी।
यह भी देखें : दोस्त की दगाबाजी! शादीशुदा बहन को भगाकर की शादी, गुस्से में गोली मार कर दी हत्या
उपराज्यपाल ने शेरे कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय , कश्मीर के कुलपति को आयात पर निर्भर रहने के बजाय जम्मू-कश्मीर में ट्यूलिप रोपण सामग्री उगाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।

कश्मीरी पंडित को गोली मारी गई ,मौत, सर्च अभियान जारी
शोपिया। जम्मू कश्मीर से एक बार फिर टारगेट किलिंग की खबर सामने आई है, जहां आज आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर में एक कश्मीरी पंडित के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग की है, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस ने भी मामले की छानबीन शुरू कर दी है। एक रिपोर्ट के अनुसार पूरी घटना शोपियां जिलें की है। जहां आतंकियों ने पूरन कृष्ण भट नाम के व्यक्ति के ऊपर फायरिंग की थी।मृतक के परिवार का कहना है कि वो आज सुबह घर से निकलकर अपने बगीचे के तरफ जा रहा था, तभी आतंकी आए और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
यह भी देखें : राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त घाटी के पांच कर्मचारी बर्खास्त
गोलियों की आवाज सुनते ही घरवालों ने घायल को अस्पताल में एडमिट कराया था, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई थी। इसी के बाद पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी थी। बता दें, इससे कुछ दिन पहले भी आतंकियों ने 19 साल के अमरेज को मारी 3 गोली मारी थी। फिर अगस्त में भी एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जम्मू कश्मीर में जिस तरह से टारगेट किलिंग की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, उसे देखते हुए कई कश्मीरी पंडित घाटी छोड़कर जाने लगे है।
यह भी देखें : टीआरएस को झटका, पूर्व सांसद नरसैया ने छोड़ी पार्टी

राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त घाटी के पांच कर्मचारी बर्खास्त
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप में एक पुलिसकर्मी समेत 4 सरकारी कर्मचारियों और एक बैंक मैनेजर को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत 5 कर्मचारियों को बर्खास्त करने का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘इन कर्मचारियों की गतिविधियां कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों के संज्ञान में आयी थी क्योंकि इन्हें राज्य की सुरक्षा के हितों के लिए हानिकर गतिविधियों में शामिल पाया गया।’’
यह भी देखें : लश्कर-ए-तैयबा का हाईब्रिड आतंकवादी सहित दो गिरफ्तार
सेवा से बर्खास्त किये गए कर्मचारियों में जम्मू-कश्मीर पुलिस में कांस्टेबल तनवीर सलीम डार, बारामुला में जल शक्ति विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी-सह-चौकीदार इरशाद अहमद खान, ग्राम स्तरीय कर्मी सैय्यद इफ्तिखार अंद्राबी, लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के हंदवारा उप-मंडल में सहायक लाइनमैन अब्दुल मोमीन पीर और बारामुला सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड का मैनेजर अफाक अहमद वानी शामिल हैं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में प्रशासन आतंक को लेकर सख्त है।बीते दिनों सुरक्षा बलों ने कुलगाम में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के तीन आतंकवादियों को मार गिराया था। साथ ही भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए थे।