भाजयुमो जिला महामंत्री अंकुर तिवारी ने की थी शिकायत,और डीएम को ज्ञापन भी दिया था
औरैया। अछल्दा क्षेत्र में गलत तरीके से चर्च बनाए जाने की जांच के बाद पुलिस ने भूमि देने वाले ग्रामीण की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और मतांतरण के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। उधर गांव में अभी भी चर्च के पास फोर्स तैनात है। अछल्दा थाना क्षेत्र के गांव मैनाहा गांव में गलत तरीके से चर्च बनाए जाने की भाजयुमो नेता अंकुर तिवारी की शिकायत पर बुधवार को एसपी चारू निगम ने मौके पर पहुंच कर जांच की थी। इसके बाद एसडीएम बिधूना निशांत तिवारी ने चर्च की भूमि की पैमाइश कराई थी। जांच में पता चला था कि गांव के अशोक कुमार को यह जमीन पट्टे पर पूर्व दी गई थी।
यह भी देखें : जमीन नहीं मिलने पर बड़े बेटे ने माता-पिता को उतारा मौत के घाट
उन्होंने यह जमीन 2014 में चर्च बनाने के लिए दे दी थी। एसपी ने मौके पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए फोर्स तैनात कर दिया था। साथ ही अशोक को थाने भेज दिया था। गुरुवार को पुलिस ने अशोक की तहरीर पर वैसोली गांव निवासी तुलसीराम, कानपुर देहात थाना व क रसूलाबाद निवासी जयकरन पास्टर व इटावा निवासी विजय पास्टर के खिलाफ धोखाधड़ी व मतांतरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसमें अशोक ने कहा कि वर्ष 2014 में तुलसीराम व जयकरन उनके पास आए थे। उन्होंने एक किताब उन्हें पढ़ने को दी थी।
यह भी देखें : त्योहारों को लेकर की पीस कमेटी बैठक
उनमें ईसा मसीह के प्रचार के बारे में बातें लिखी थीं। इसके उसे भ्रम डालकर उसकी तीन बिसवा जमीन चर्च के नाम लिखा ली थी। चर्च बनने के बाद उसकी देखरेख के लिए चाबी उसे दे दी थी। जब कभी तीनों आरोपित आकर वहां प्रार्थना कराते थे। बाद में विजय पास्टर अछल्दा कस्बे में रहने लगे और हर रविवार को वहां प्रार्थना कराने लगे। इसी बीच तीनों ने उसका धर्म परिवर्तन करा दिया। अछल्दा थानाध्यक्ष मुकेश बाबू चौहान ने बताया कि विजय व तुलसीराम को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।