पटना। बिहार विधानसभा की 2 सीटों-मोकामा और गोपालगंज पर उपचुनाव के लिए बृहस्पतिवार को मतदान होगा। दोनों सीटों पर सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।उपचुनाव के लिए पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दो महीने पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होने के बाद कमजोर हुई बीजेपी और प्रदेश में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल सबसे बड़ी पार्टी राजद के लिए 3 नवंबर को होने वाले इस उपचुनाव को पहले शक्ति परीक्षण के तौर पर देखा जा रहा है। राजद के सामने जहां अपनी मोकामा विधानसभा सीट को बरकरार रखने की चुनौती है, वहीं पार्टी गोपालगंज सीट को भाजपा से छीनने के लिए जीतोड़ कोशिश भी कर रही है। गोपालगंज सीट पिछले चार चुनावों से बीजेपी की झोली में जा रही है।उधर, बीजेपी ने भी मोकामा सीट पर जीत दर्ज करने के लिए अपनी सारी ताकत झोंक दी है। वह गोपालगंज में लगातार पांचवीं बार जीत का परचम लहराने की कोशिशों में भी जुटी है।मोकामा में उपचुनाव राजद विधायक अनंत कुमार सिंह को अयोग्य ठहराए जाने के कारण कराया जा रहा है। पार्टी ने उपचुनाव में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को अपना उम्मीदवार बनाया है।
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बाहुबली से राजनेता बने अनंत सिंह ने मोकामा सीट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के टिकट पर तीन बार, एक बार निर्दलीय और 2020 में राजद उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी।मोकामा में बीजेपी ने सोनम देवी को मैदान में उतारा है, जो एक स्थानीय बाहुबली ललन सिंह की पत्नी हैं और अनंत सिंह का विरोध करती रही हैं।उनके पति को लोक जनशक्ति पार्टी के एक अलग गुट और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की पार्टी के बाहुबली नेता सूरज भान सिंह का विश्वासपात्र माना जाता है। बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी प्रचार किया था। मोकामा विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,81,248 मतदाता हैं। वहां सुरक्षा के बीच सुचारू रूप से मतदान कराने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ 289 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।मोकामा सीट से राजद की नीलम देवी और बीजेपी की सोनम देवी सहित छह प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें चार पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं।गोपालगंज सीट पर उपचुनाव बीजेपी के चार बार के विधायक सुभाष सिंह के निधन के कारण कराया जा रहा है। इस सीट से पार्टी ने की सिंह की पत्नी कुसुम देवी को चुनावी मैदान में उतारा है।गोपालगंज राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी का पैतृक जिला है।
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राजद ने वैश्य समुदाय से ताल्लुक रखने वाले मोहन प्रकाश गुप्ता को बीजेपी के जातिगत समीकरणों को बिगाड़ने के लिए टिकट दिया है।वहीं, राबड़ी देवी के भाई साधु यादव ने इस बार अपनी पत्नी इंदिरा यादव को बसपा उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतारा है। यादव ने साल 2000 में राजद के लिए गोपालगंज सीट जीती थी। 2020 में वह बसपा प्रत्याशी के तौर पर दूसरे नंबर पर रहे थे।गोपालगंज में कुल नौ प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें राजद, बीजेपी और बसपा के अलावा असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के उम्मीदवार भी शामिल हैं। गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,31,469 मतदाता हैं। वहां पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ 330 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। दोनों सीटों पर मतदान 3 नवंबर को सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम छह बजे तक जारी रहेगा। नतीजों की घोषणा 6 नवंबर को की जाएगी।