लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने ‘अग्निपथ’ योजना के विरोध में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच नौजवानों से संयम बरतने की रविवार को अपील की है। इसके अलावा उन्होंने केंद्र सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘जब मुट्ठी भर लोगों को छोड़कर देश की विशाल आबादी, खासकर युवा वर्ग गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, तनाव आदि के अग्निपथ पर हर दिन बिना थके-हारे संघर्ष करने को मजबूर हैं, तब ऐसे में उन्हें केंद्र की अल्पावधि ‘अग्निपथ’ सैन्य भर्ती योजना ने काफी निराश एवं हताश किया है।
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बसपा प्रमुख ने कहा, ‘‘रेलवे, सेना एवं अर्धसैनिक बल आदि में भर्ती की संख्या एवं संभावना को केंद्र द्वारा अति-सीमित करने का ही परिणाम है कि खासकर ग्रामीण परिवेश के नौजवान काफी असहाय एवं ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं तथा अपने भविष्य को अंधकार में पाकर उनका आक्रोश उबाल पर है औेर स्थिति को उचित तरीके से संभालना जरूरी है। मायावती ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करे तथा देश की सुरक्षा से संबंधित ऐसे अहम मामलों में संसद को विश्वास में जरूर ले। उन्होंने नौजवानों से भी संयम बरतने की अपील की।
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उल्लेखनीय है कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल परिवर्तन करते हुए सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी। इसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी। योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और भर्ती होने वाले सैनिकों को ‘अग्निवीर’ नाम दिया गया है। हालांकि इस वर्ष यह उम्र सीमा सरकार ने साढ़े 17 वर्ष से 23 वर्ष कर दी है।