इतिहास में 23 मई
विश्व और भारतीय इतिहास में 23 मई की कई महत्वपूर्ण घटनाएं दर्ज हैं आइए डालते हैं उन पर एक नजर:-
साउथ कैरोलिना 1788 में आठवें राज्य के रूप में यूएसए में शामिल हुआ।
अमेरिका के राइट बंधुओं से भी पहले ग्लाइडर बनाकर इंसान को पहली बार उड़ना सिखाने वाले ओटो लिलिएंथल का जन्म 1848 में।
जयपुर राजघराने की राजमाता महारानी गायत्री देवी का जन्म 1919 में।
जर्मन तानाशाह हिटलर की यहूदी विरोधी खुफिया सेवा के प्रमुख हेनरिख हिमलर ने 1945 में अंतरराष्ट्रीय संयुक्त सेनाओं की हिरासत में आत्महत्या की।
चीन ने 1951 में एक स्वायत्त क्षेत्र के रूप में तिब्बत पर कब्जा कर लिया। जिसका दुनिया भर के देशों ने विरोध किया था। दलाई लामा ने भारत में शरण ली थी।
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चरमपंथियों ने 1977 में उत्तरी हालैंड के एक प्राथमिक स्कूल और एक ट्रेन में घुसकर कई लोगों को बंधक बना लिया। कमांडो कार्रवाई के जरिए इस संकट को सुलझाने में बीस दिन का समय लगा।
वर्ष 1984 में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली बछेद्री पाल पहली भारतीय महिला बनीं।1984 में भारत का चौथा एवरेस्ट अभियान शुरू हुआ। इस अभियान में जो टीम बनी, उस में बछेंद्री समेत 7 महिलाओं और 11 पुरुषों को शामिल किया गया था। इस टीम के द्वारा 23 मई 1984 को अपराह्न 1 बजकर सात मिनट पर 29,028 फुट (8,848 मीटर) की ऊंचाई पर ‘सागरमाथा (एवरेस्ट)’ पर भारत का झंडा लहराया गया। इस के साथ एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक क़दम रखने वाली बछेंद्री दुनिया की 5वीं महिला बनीं।
अमेरिका और पश्चिम यूरोपीय देशों ने 1986 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ प्रतिबंधों के प्रस्ताव पर वीटो किया।
सऊदी अरब में 1994 में हज के दौरान भगदड़ मचने से 270 लोगों की मौत हो गई।
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जावा आधिकारिक तौर पर 1995 में लांच
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बांग्लादेश में वर्ष वर्ष 2004 में आए तूफान से मेघना नदी में नाव डूबने से करीब 250 लोगों की मौत।
भारत ने 2008 में सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल ‘पृथ्वी-2’ का सफल परीक्षण किया।
भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति ‘रोह मू ह्यून’ ने 2009 में अपने घर के नजदीक पहाड़ियों से छलांग लगाकर आत्महत्या की।
उच्चतम न्यायालय ने 2010 में बिना विवाह किए महिला और पुरुष के एक साथ रहने को अपराध की श्रेणी से बाहर किया।
रूस और चीन ने 2014 में सीरिया में युद्ध अपराधों के लिए अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय की स्थापना के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वीटो शक्ति का प्रयोग किया।