तेजस ख़बर

समाही फार्मेसी कॉलेज में आयुर्वेद कार्यशाला सम्पन्न

समाही फार्मेसी कॉलेज में आयुर्वेद कार्यशाला सम्पन्न
समाही फार्मेसी कॉलेज में आयुर्वेद कार्यशाला सम्पन्न

दिबियापुर। रविवार को लखनापुर स्थित समाही कालेज ऑफ फार्मेसी में जटिल एवं सामान्य रोगों का आयुर्वेद द्वारा सफल उपचार विषय पर कार्यशाला आयोजित हुयी।नीमा संगठन द्वारा आयोजित इस कार्यशाला को क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा० कप्तान सिहं पाल ने बतौर मुख्य अतिथि ने सम्बोधित करते हुये कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा प्राचीन और प्रभावी पद्धति है।इसके अलावा इसके उपचार का शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता।

यह भी देखें : वैक्सीन पर अफवाह फैलाने वालों ने चोरी छिपे लगवाई होगी वैक्सीन – योगी

मुख्य अतिथि ने धनवतंरि जी के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्जलित करते हुये कार्यशाला की विधिवत शुरुआत की उन्होंने मौजूद चिकित्सकों का आवाहन करते हुये कहा कि वह उपचार करते समय अपने अन्दर आत्म विश्वास को बनाये रखें। उन्होनें कहा कि वर्ष 1815 में अग्रेजों ने इस पद्धति को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया था जो 1895 तक लगातार रहा।इस नब्बे साल के दौर में आयुर्वेद पद्धति काफी पीछे रह गयी।उन्होनें खुशी जताते हुये कहा कि आजादी के बाद पहली बार 2015 में केन्द्र सरकार ने आयुष मंत्रालय का गठन कर आयुर्वेद को आगे बढ़ाने का बेहतरीन काम किया।

यह भी देखें : जितनी ऊर्जा संरक्षित करेंगे उतना ही समृद्ध हमारा एवं रमारी पीढ़ी का भविष्य होगा – महाप्रबंधक

उन्होनें कहा कि जनपद में अटसू , अछल्दा एवं धुपखरी में एसडब्लूसी केन्द्र अपनी जगह में स्थापित होकर जनता को सेवायें दे रहे हैं। कार्यशाला में नीमा के संगठन मंत्री डा० अरुणेश वाजपेयी ने विभिन्न चिकित्सा अधिनियमों की विधिक जानकारी दी ।कार्यशाला में डा० हरी बाबू गुप्ता, डा० राजीव गुप्ता, डा० अनिल कुमार सिह,डा० वागीश गुप्ता,डा० देवेन्द्र त्रिपाठी,डा० आर के दीक्षित, डा० सुधीर तिवारी,डा० वेद प्रकाश गुप्ता एवं डा० हशमत बेगम आदि जिले के कई आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सक मौजूद रहे।

यह भी देखें : सीडीएस विपिन रावत सहित सैन्य अधिकारीयों को दी गई श्रद्धांजलि

पूर्व समाही कालेज के प्रबंधक डा० आभिन्दन त्रिपाठी,निदेशक डा० अंशुमान त्रिपाठी एवं व्यवस्थापक डा० एकता त्रिपाठी आदि ने अतिथियों को स्मृतिचिन्ह एवं पुष्पगुच्छ भेटंकर तथा अंगवस्त्र पहनाकर उनका स्वागत किया।संचालन नीमा के अध्यक्ष डा० सर्वेश कुमार आर्य ने तथा आभार मंत्री डा० रमेश चन्द दुवे ने जताया।कार्यक्रम के अंत में सीडीएस विपिन रावत और उनके साथियों तथा नीमा कोषाध्यक्ष डा० ए कुमार शर्मा के पिताजी डा० रामअवतार के असामयिक निधन पर मौन धारण कर शोक जताया गया।

Exit mobile version