नई दिल्ली। जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने कहा है कि असम सरकार ने केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा (सीबीएसई) बोर्ड वाले सभी स्कूलों में जल संरक्षण के लिए जलदूत योजना लागू कर सराहनीय काम किया है और इसके लिए वह मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा का स्वागत करते हैं। पाटिल ने शुक्रवार को सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर कहा कि जल संरक्षण के लिए स्कूली बच्चों को प्रेरित करने की यह योजना अद्भुत है और इसकी वजह से वर्षा जल की बर्बादी नहीं होगी तथा बच्चों में जल संरक्षण के संस्कार विकसित किए जा सकेंगे।
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केंद्रीय मंत्री ने इस योजना को अभिनव बताते हुए इसका स्वागत किया और कहा “असम सरकार की अभिनव ‘जल दूत’ पहल को सीबीएसई द्वारा सभी स्कूलों में लागू करने का निर्देश देना प्रशंसनीय है। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों को जल संरक्षण के सामुदायिक प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा, बल्कि बच्चों में जल संवर्धन के संस्कार भी विकसित करेगा।”
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उन्होंने इसे दूरदर्शी और महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा “इस महत्वपूर्ण और दूरदर्शी कदम के लिए असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्व सरमा जी और जलजीवन मिशन असम को अभिनंदन। आपके प्रयास निश्चित रूप से जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और संसाधनों के संरक्षण में मील का पत्थर साबित होंगे।”