महिला के पति ने हॉस्पिटल संचालक पर लगाया आरोप
औरैया। औरैया शहर के मोहल्ला भीखमपुर निवासी एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री टाइफाइड बुखार से पीड़ित थी। गत 1 फरवरी को एक झोलाछाप डॉक्टर व उसके पुत्र मेडिकल स्टोर के संचालक ने जिम्मेदारी लेते हुए उसे जालौन चौराहे के निकट एक हॉस्पिटल में भर्ती कराने का सुझाव दिया। उन्हीं के सुझाव पर महिला के पति ने अपनी पत्नी को उपरोक्त हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। जहां पर लगातार पैसे की डिमांड बढ़ती रही। गंभीर हालत में अनादि मेमोरियल हॉस्पिटल के संचालक ने रेफर कर दिया। मिनी पीजीआई सैफई में शनिवार की सुबह महिला की मौत हो गई।
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महिला के पति ने संबंधित हॉस्पिटल संचालक पर गलत इलाज से मौत होने का आरोप लगाया है।मोहल्ला भीखमपुर निवासी अनिल राजपूत ने बताया कि उनकी पत्नी टाइफाइड बुखार से पीड़ित थी। जिसका इलाज भी चल रहा था। गत 1 फरवरी 2023 को वह जिला अस्पताल औरैया पत्नी विनय कुमारी जोकि आंगनबाड़ी कार्यकत्री थीं,को दिखाने जा रहा था, तभी जालौन चौराहे के निकट मेडिकल स्टोर संचालक अभिलाष मिला, उन्होंने कहा नया अच्छा हॉस्पिटल है,इसमें अपनी पत्नी को दिखा दो, यहां बिल्कुल ठीक कर देगा। इलाज महंगा जरूर पड़ेगा। उसने कहा मेरी जिम्मेदारी रहेगी। इसी बात को लेकर मैंने कहा कोई बात नहीं। पत्नी को सही सलामत अपने पैरों से चलाकर अस्पताल पहुंचा। वहां पैसा जमा करने की मांग की गई,रुपए मैंने जमा किए।
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जांच के नाम पर रजिस्ट्रेशन के नाम पर 1 घंटे इलाज चला। इसी बीच पैसा की और डिमांड की जाने लगी। जब मैंने पैसा जमा करने से मना किया, तो मेरी पत्नी को कोई गलत इंजेक्शन लगाकर बेहोशी हालत में मना कर दिया। मैंने कहा अभी तो जितना पैसा जमा किया है, उसका इलाज भी नहीं हुआ, और सही हालत को बिगाड़ दिया। जिस पर अस्पताल संचालक ने इलाज करने से मना करते हुए कहा कि मैं नहीं जानता कहीं भी लेकर जाओ। अब मैं इलाज नहीं कर सकूंगा। बेहोशी की हालत में जल्दबाजी में सरकारी अस्पताल से एंबुलेंस मंगाकर ऑक्सीजन लगाकर सैफई के लिए रेफर कर दिया।
जहां वेंटिलेटर पर पत्नी का इलाज चल रहा था। अनिल राजपूत ने हॉस्पिटल के संचालक पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पैसे की डिमांड को लेकर वह एटीएम से रुपए निकालने गया था। जब वह वापस लौट कर आये तो देखा कि पत्नी विनय कुमारी बेहोशी की हालत में है। उन्होंने हॉस्पिटल के संचालक से कहा कि वह पैसे लेकर आए हैं इलाज करो। लेकिन निजी हॉस्पिटल संचालक ने कहा कि वह इलाज नहीं करेगा। चाहे जहां लेकर जाओ। अथवा में वेंटिलेटर पर कानपुर के लिए रवाना कर सकते हैं। पीड़ित ने कहा अभी मैं सही सलामत लेकर आया।
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अपने पैरों पर चलकर आई। इतनी जल्दी हालत कैसे हो गई। हॉस्पिटल संचालक पहले से ही पैसे ज्यादा से ज्यादा जमा कराने की दबाव बना रहा था। नही करने पर स्थिति ऐसी की। उपरोक्त हॉस्पिटल से मरणासन्न स्थिति में मैंने सैफई अस्पताल भर्ती कराया। वेंटीलेटर पर इलाज चल रहा था। उसी दौरान पत्नी की मौत हो गयी। एजेंट व अनादि मेमोरियल हॉस्पिटल के संचालक ने बर्बादी पर पहुंचा दिया। अनादि मेमोरियल हॉस्पिटल की लापरवाही व गलत इलाज के चलते उनकी पत्नी की मौत हुई है। इस आशय का शिकायती प्रार्थना पत्र वह कोतवाली पुलिस को देंगें।