- देश विदेश में लोगों ने किया योग
- औरैया में मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने भी किया योग
औरैया । 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पूरे देश मे मनाया जा रहा है औरैया जिले में भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर तिलक स्टेडियम औरैया में आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम रखा गया जहा इस बार थीम ‘मानवता के लिए योग’ रखी गई है इस थीम के पीछे की वजह वही कोरोना महामारी ने न सिर्फ हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि चिंता, अवसाद जैसी मनोवैज्ञानिक और मानसिक समस्याएं भी दी हैं।वही जनपद में पहुची उत्तर प्रदेश की राज्य मंत्री, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, प्रतिभा शुक्ला ने जिले के सभी अधिकारियों के साथ मिलकर योग किया वही जिलाधिकारी 21 जून को होने वाले योग दिवस कार्यक्रम को मेगा इवेंट बनाने को लेकर एक सप्ताह पहले से ही जिले के अन्य अधिकारियों व लोगो को जागरूक करने के साथ योगा का पूर्वभ्यास भी कर रहे थे।
यह भी देखें : चिकित्सा अधीक्षक ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों की साप्ताहिक समीक्षा की
साथ राज्यमंत्री ने योग को लेकर गीता में श्रीकृष्ण भगवान के उद्देश्य भी दिए। योग हमारी संस्कृति और जड़ों से जुड़ा हुआ है. इसलिए स्वस्थ और खुशहाल बनने के लिए योग काफी असरदार होता है. भारत ही नही आज पूरी दुनिया योग की ताकत को मानती है और इसलिए हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस सेलिब्रेट किया जाता है. लेकिन अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस 21 जून को भारत मे मनाया जाता है। जिसको लेकर औरैया जिले में भी आठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मेगा इवेंट बनाने के लिए जिलाधिकारी एक हफ्ते से योग को लेकर तैयारियां करते दिखे वही तिलक स्टेडियम में( yoga for huminity) योगा कार्यक्रम किया गया इस दौरान जिले में पहली बार मंत्री बनने के बाद पहुची कानपुर देहात जिले की अकबरपुर रनिया से विधायक व राज्यमंत्री (महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग) प्रतिभा शुक्ल व पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वारसी ने स्टेडियम पहुचकर योगा किया इस दौरान जिले के जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र व एसपी अभिषेक वर्मा सहित जिले के सभी अधिकारी योगा करते दिखे।
संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 की थीम ‘मानवता के लिए योग’ रखी गई है, जिसे कोविड-19 के प्रभाव को देखते हुए चुना गया है. कोरोना महामारी ने न सिर्फ हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि चिंता, अवसाद जैसी मनोवैज्ञानिक और मानसिक समस्याएं भी दी हैं. योग का मूल सार सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखना या फिर दिमाग व शरीर के बीच संतुलन बनाना नहीं है, बल्कि दुनिया में मानवीय रिश्तों के बीच संतुलन बनाना भी है।
यह भी देखें : धीमी रफ़्तार से फिर से पाँव पसार रहा कोरोना, न बरतें ढिलाई
वही मंच पर योगा को लेकर राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ल ने गीता का उद्देश्य देते हुए कहा कि श्री कृष्ण भगवान ने कहा है कि योग मन की शक्तियों को प्रचलित करते हैं जागरूक करते हैं प्राचीन काल में लोग योग को कहां तक ले गए किसने कहा है की मन और आत्मा को जागरूक करते हैं योग करने वाले व्यक्ति का ईश्वर भी समर्पित होता है जुड़ता है शरीर भी स्वस्थ और मन को आगे बढ़ाने का काम करता है।