लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सोशल मीडिया के माध्यम से बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए नजर आ रहे हैं। प्रदेश में हो रहे हर छोटी-बड़ी घटनाओं को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव योगी सरकार को आड़े हाथ ले रहे हैं। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी छात्रों के मुद्दों को लेकर सक्रिय नजर आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी 2022 चुनाव को लेकर तैयारियों में जुट गई है। पिछली बार हुई गलतियों को इस बार समाजवादी पार्टी नहीं दोहराना चाहती है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर किसानों के मुद्दे पर बीजेपी सरकार पर हमला बोला है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा, ” भाजपा सरकार 2014 से ही किसान विरोधी रही है. ‘भूमि अधिग्रहण’ के कुप्रयास के बाद अब भाजपा कृषि-अध्यादेशों के ज़रिये किसानों को बड़े व्यापारियों का मोहताज बनाना चाहती है. भाजपा इन अध्यादेशों को ‘किसानों की आज़ादी’ के जुमले का नाम देकर किसानों को गुलाम बनाना चाहती है.”
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मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महोबा में हुए चंद्रकांत त्रिपाठी हत्याकांड के मामले में भी सरकार पर निशाना साधा है उन्होंने कहा ‘इंद्रकांत त्रिपाठी सरकारी हत्याकांड’ में दिखावटी सस्पेंशन की लीपापोती न करके सरकार गिरफ़्तारी करे। आरोपित पुलिस कप्तान व डीएम के ख़िलाफ़ इतनी ढिलाई क्यों? पुलिस किस अधिकार से जन प्रतिनिधियों को जनता से मिलने व उनके मुद्दे उठाने से रोक रही है? क्या कोई हिस्सेदारी है?
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अखिलेश यादव इस समय भाजपा सरकार को घेरने की पूरी कोशिश कर रहे हैं समाजवादी पार्टी के साथ साथ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी उत्तर प्रदेश में सक्रिय हो गई है। इससे पहले भी अखिलेश यादव ने ट्वीट कर मांग की है कि सरकार युवाओं, छात्रों, परीक्षार्थियों और अभ्यर्थियों की समस्याओं के समाधान के लिए समय सीमा निर्धारित करे और इसके लिए यूथ चार्टर जारी करे। उन्होंने कहा युवाओं के गुस्से के तूफान से भारतीय जनता पार्टी के झूठे दावों के तंबू उखड़ गए हैं।