Tejas khabar

सरकार पर फोन टेप कराने का अखिलेश का आरोप

सरकार पर फोन टेप कराने का अखिलेश का आरोप
सरकार पर फोन टेप कराने का अखिलेश का आरोप

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर फोन टेप कराने का आरोप लगाते हुये रविवार को आगाह किया कि इस काम में जिन अधिकारियों को लगाया गया है, उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।

अखिलेश ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके कुछ करीबी लोगों के फाेन टेप कराये जा रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि मुख्यमंत्री खुद कुछ फोन रिकार्डिंग सुनते हैं। अखिलेश उन अधिकारियों को ,जिन्हें फोन रिकार्डिंग के काम में लगाया गया है, आगाह भी किया कि सरकार बदलने पर उन्हें इस खामियाजा भुगतना पड़ेग।

यह भी देखें : रेजिडेंसी बनेगा देश के सबसे बड़े ड्रोन शो का गवाह

अखिलेश ने अपने कुछ करीबी नेताओं के खिलाफ शनिवार को आयकर विभाग की छापेमारी की कार्रवाई के बारे में कहा कि यह तो अपेक्षित था। उन्होंने कहा कि जैसे जैसे चुनाव करीब आयेंगे, चुनावी हार को करीब आते देख कर भाजपा केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सहित तमाम जांच एजेंसियों का इस्तेमाल अपने विरोधियों को डराने के लिये करेगी।

उल्लेखनीय है कि शनिवार को आयकर विभाग ने सपा के प्रवक्ता राजीव राय सहित पार्टी के अन्य नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की थी।

उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार न बन जाये, इसके लिये जांच एजेंसियों को भाजपा आगे करती है। जहां जहां भाजपा को हार का डर सताने लगता है, वहां यही हथकंडा अपनाया जाता है। भाजपा भी अब कांग्रेस के रास्ते पर जा रही है।”

यह भी देखें : अटल जयंती पर योगी देंगे युवाओं को एक लाख फ्री मोबाइल और टैबलेट का तोहफा

अखिलेश ने दावा किया कि भाजपा कुछ भी कर ले, चुनाव के बाद योगी सरकार बचेगी नहीं, क्योंकि मुख्यमंत्री पूरी तरह से ‘अनुपयोगी’ साबित हुये हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य का बहुत नुकसान किया है। इसलिये जनता अब उन्हें माफ नहीं करेगी। गौरतलब है कि शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस वे के शिलान्यास समारोह में योगी सरकार की तारीफ करते हुये नया नारा दिया था ‘यूपी प्लस योगी, बहुत है उपयोगी।’ अखिलेश ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा “योगी यूपी के लिये उपयोगी नहीं अनुपयोगी हैं।”

सपा अध्यक्ष ने गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ को मंत्रिमंडल से बर्खास्त नहीं करने पर भाजपा की मंशा को सवालों के घेरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा, ‘“टेनी के बारे में कौन नहीं जानता है कि उनके खिलाफ क्या आरोप हैं।

लखीमपुर हिंसा मामले में किसानों और पत्रकारों की जान चली गयी। गृह राज्य मंत्री और उनके बेटे पर उंगली उठी है, ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर सरकार उन्हें क्यों बचा रही है।”

यह भी देखें : योगी सरकार ने विधान सभा में पेश किया 8479 करोड़ रुपये का मिनी बजट

निषाद पार्टी के अध्यक्ष डा संजय निषाद द्वारा भाजपा से निषाद समुदाय के लिये आरक्षण की मांग उठाने से पीछे नहीं हटने पर अखिलेश ने कहा कि निषादों की यह मांग जायज है। उन्होंने कहा, “हमें खुशी है कि निषाद समाज ने अपनी मांगे नहीं छोड़ी जबकि उप्र की ‘अनुपयोगी सरकार’ ने उन्हें ऐसा करने से रोकने के लिये उन पर बहुत दबाव डाला।”

Exit mobile version