- प्रधान पर दो माह से मनरेगा मजदूरी का पैसा न देने का आरोप
- महिला मजदूरों ने जिलाधिकारी से लगायी गुहार
फफूंद । थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत भैंसोल में प्रधान ने मनरेगा में मजदूरी करने वाली महिला मजदूरों को दो माह का पैसा नहीं देने से वह परेशान हैं कि आखिर वह दीपावली का त्योहार कैसे मनायें । महिलाओं ने जिलाधिकारी से उनकी मजदूरी का पैसा दिलाये जाने की गुहार लगायी है ।
जहां एक ओर केंद्र व सूबे की सरकार ग्रामीणों तथा प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के तहत काम देकर उनके खाने पीने का इंतजाम कर रही है । वहीं दूसरी ओर ग्राम प्रधान मनरेगा मजदूरों को उनका पैसा नहीं दे रहे हैं जिससे मजदूर परेशान हैं कि आखिर दीपावली का त्योहार वह कैसे मनायें ।
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ऐसा ही एक मामला विकास खण्ड अछल्दा की ग्राम पंचायत भैंसोल का सामने आया है जहां की मजदूर महिलाओं अवधेश कुमारी , आशा देवी , छुन्नी देवी आदि ने ग्राम प्रधान पर आरोप लगाया है कि प्रधान ने मनरेगा में मजदूरी करायी थी और उनका दो माह का भुगतान नहीं किया है । महिलाओं का कहना था कि वह लोग जब भी प्रधान से अपनी मनरेगा की मजदूरी मांगने जाती हैं तो उन्हें भला बुरा कह कर भगा दिया जाता है । महिलाओं ने बताया कि दीपावली त्योहार को लेकर बीते 8 नवम्बर को सभी लोग प्रधान के यहां अपनी मजदूरी का पैसा मांगने गये तो प्रधान का देवर राहुल गाली गलौज करने लगा और उसका भाई राजेंद्र अंदर से निकलकर आया और कहने लगा भाग जाओ नहीं तो बहुत मरेंगे और कोई पैसा नहीं है और न मिलेगा ।
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इसकी शिकायत महिलाओं ने थाना फफूंद में जाकर लिखित रूप से की है लेकिन थाने से भी उन्हें कोई न्याय नहीं मिला है । मजदूर महिलाओं ने जिलाधिकारी से उनका मनरेगा के पैसा दिलाये जाने की गुहार लगाई है ।
इस सम्बंध में प्रधान प्रतिनिधि राहुल पाल ने महिलाओं द्वारा लगाये गये आरोपों को गलत बताते हुये कहा कि महिलाओं के खाते में किसी कारण पैसा नहीं पहुंच पाया है । जल्द ही उनके खाते में पैसा पहुंच जायेगा ।