तेजस ख़बर

सोनू सूद के बाद अमिताभ बच्चन ने भी बढ़ाया प्रवासी मजदूरों के लिए हाथ, गुरुवार को 10 बसें मजदूरों को छोड़ेंगी उनके घर…

PHOTO BY-TEJAS KHABAR

मुम्बई: कोरोना महामारी से पूरा देश लड़ रहा है। हर कोई अपने अपने स्तर से प्रवासी मजदूरों की मदद करने में जुटा हुआ है। कोरोना और लॉकडाउन के इस दौर में बॉलीवुड सेलिब्रिटीज अपने-अपने तरीके से जरूरतमंदों तक मदद पहुंचा रहे हैं। सोनू सूद के बाद बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन ने भी अपने ऑफिस को इस मुश्किल वक्त में गरीब व असहाय लोगों तक सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं साथ ही यूपी के प्रवासी मजदूरों के लिए भी बस सेवा शुरू करने के लिए कहा है। मिली जानकारी के मुताबिक महानायक अमिताभ बच्चन के ऑफिस की ओर से 10 से ज्यादा बसों का इंतजाम किया गया है। इन बसों को गुरुवार को हाजी अली से हरी झंडी दिखाई जाएगी। बसें यूपी के प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का कार्य करेंगी।

आपको बता दें प्रवासी मजदूरों के लिए सोनू सूद ने पहले ही बीड़ा उठा रखा है अब तक सोनू सूद ने कई हजार मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचा दिया है। यही कारण है कि एक प्रवासी मजदूर बिहार अपने गंतव्य पहुंचकर सोनू सूद को ट्वीट किया है कि उनकी मूर्ति बिहार में बनवाई जा रही है। वह किसी भगवान से कम नहीं है। इसी के साथ अमिताभ बच्चन का ऑफिस पिछले 2 महीने से लगातार राहत कार्य में लगा हुआ है उनकी कंपनी एबी कॉरपोरेशन लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर राजेश यादव अमिताभ बच्चन की ओर से जरूरतमंदों की मदद करने में जुटे हुए हैं।

यह भी देखें…क्रिकेटर विराट कोहली अनुष्का शर्मा को दें तलाक: बीजेपी विधायक

अमिताभ बच्चन की कंपनी एबी कॉरपोरेशन लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर राजेश यादव हाजी अली ट्रस्ट की सहायता से हर दिन 4500 से ज्यादा फूड पैकेट्स हाजी अली दरगाह, एंटॉप हिल, बाबुलनाथ मंदिर, महिम दरगाह, धारावी, सायन 90 फीट रोड, अरब गली, कोसला बंदर और वरली लोटस समेत मुंबई की अलग-अलग जगहों पर बंटवा रहे हैं। हर सेलिब्रिटी अपने अपने स्तर से जरूरतमंदों की मदद करने में जुटा हुआ है। महानायक के ऑफिस में अब तक 1000 परिवारों को राशन पैकेट उपलब्ध करा चुका है जो कि किसी भी परिवार के लिए 1 महीने के लिए पर्याप्त है।

यह भी देखें…सलमान खान ने 5 हजार गरीब, जरूरतमंदों में बांटे फूड किट्स, लोगों ने दी दुवाएं

इसके अलावा 9 मई से वे और उनकी टीम राशन के 2000 पैकेट्स, 2000 पानी की बोतलें और लगभग 1200 जोड़ी स्लीपर्स उन प्रवासी मजदूरों के लिए हर दिन उपलब्ध करा रहे हैं, जो मुंबई से अपने घर जा रहे हैं।

Exit mobile version