लखनऊ। हाथरस हादसे से दुखी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार इस घटना की तह में जाकर साजिशकर्ताओं और जिम्मेदारों को उचित सजा देने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस पूरी घटना की जांच करा रही है। हम इसकी तह में जाएंगे और देखेंगे कि यह हादसा है या साजिश।
योगी ने घटना पर राजनीति करने वाले दलों को भी फटकार लगाते हुए कहा कि इस प्रकार की घटना पर पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बजाए राजनीति करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और निंदनीय भी। यह समय पीड़ितों के घावों पर मरहम लगाने का है, पीड़ितों के प्रति संवेदना का है। सरकार इस मामले में पहले से संवेदनशील है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
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उन्होने कहा कि घटना अत्यंत दुखद और ह्दयविदारक है। अपराह्न तीन से साढ़े तीन बजे के बीच ये पूरा घटनाक्रम बताया जा रहा है। जनपद हाथरस के सिकंदराराऊ के अंदर ये पूरा हादसा घटित हुआ है। वहां पर स्थानीय आयोजकों ने स्थानीय गांव में भोले बाबा का आयोजन सत्संग के माध्यम से आयोजित किया था और स्थानीय भक्तगण उसमें भाग ले रहे थे। मंचीय कार्यक्रम संपन्न होने के बाद सत्संग के प्रवचनकर्ता जब मंच से उतर रहे थे तब उनकी तरफ भक्तों की भीड़ जा रही थी और सेवादारों के रोकने पर वहां भगदड़ मची।
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इस पूरे मामले की जांच के लिए एडिशनल डीजी आगरा की अध्यक्षता में मंडलायुक्त अलीगढ़ को शामिल करते हुए एक टीम बनाकर अविलंब रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए कहा है। घटना को देखते हुए प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी वहीं पर कैंप कर रहे हैं और प्रदेश सरकार के तीन मंत्री, चौधरी लक्ष्मी नारायण जी, संदीप सिंह एवं असीम अरुण वहां घटनास्थल पर कैंप करके घायलों को उपचार आदि की व्यवस्था में लगे हुए हैं।
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। केंद्र सरकार ने भी और राज्य सरकार ने भी मृतक के परिजन को दो-दो लाख रुपए और गंभीर रूप से घायल नागरिकों के लिए 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।