चंडीगढ़ । पंजाब कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाकर भले ही पार्टी के अंदर चल रही अंतर्कलह को शांत कर दिया हो, लेकिन पंजाब में आम आदमी पार्टी के अंदर कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। आम आदमी पार्टी के पंजाब अध्यक्ष और एकमात्र लोकसभा सांसद भगवंत मान इन दिनों पार्टी से काफी दूर-दूर दिखाई पड़ रहे हैं।
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ऐसा कहा जा रहा है कि अगर उन्हें मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं बनाया गया तो वह इसी तरह आगे भी चुप बैठे रहेंगे। पंजाब में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है। वहीं AAP प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान पिछले एक महीने से पार्टी के किसी भी कार्यक्रम या प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाई नहीं पड़ रहे हैं। और उन्हें ही पार्टी का प्रभारी बनाए जाने की उम्मीद है। इसके बावजूद भगवंत मान काफी बदले हुए नजर आ रहे हैं। मीडिया संस्थानों से मान से उनके कई फोन नंबरों पर एक सप्ताह से अधिक समय तक संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन एक बार भी उनसे संपर्क नहीं हो सका। मान के एक सहयोगी ने कहा कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र संगरूर में हैं। गुरुवार को संगरूर पहुंचने पर बताया गया कि मान चंडीगढ़ में हैं, लेकिन किसी से मिलने के मूड में नहीं हैं ।
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पार्टी से जुड़े एक सहयोगी ने कहा- ‘संगरूर में केजरीवाल के साथ मान के पोस्टर और मुफ्त बिजली का वादा पूरी तरह से हावी है। पंजाब में आप के पक्ष में एक बड़ा मतदाताओं का हुजूम है। लोग हमें वोट देने के लिए कमर कस चुके हैं. ऐसे में अब पार्टी को पंजाब में भगवंत मान को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने की जरूरत है।
चंडीगढ़ में आप पार्टी कार्यालय में भी मान का ठिकाना एक रहस्य बना हुआ है। उन्हें आखिरी बार 26 अगस्त को पंजाब में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में देखा गया था, लेकिन तब से अब तक वह पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए हैं। मीडिया को पता चला कि मान 8 सितंबर तक संगरूर में थे, जब राज्य भर से सैकड़ों AAP कार्यकर्ता उनसे मिलने आए और उन्हें सीएम चेहरा घोषित करने की मांग की ।
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पिछले एक महीने में सीएम के चेहरे को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं, क्योंकि केजरीवाल पहले ही कह चुके हैं कि एक सिख सीएम का चेहरा पेश किया जाएगा। मान 8-12 सितंबर तक गोवा में संसदीय समिति की बैठक के लिए गए और फिर संगरूर लौटने से पहले कुछ दिन दिल्ली में रुके. इस बीच कम से कम 5 से 6 AAP विधायकों ने सार्वजनिक तौर पर कहा कि भगवंत मान को पंजाब में सीएम चेहरे के रूप में पेश किया जाना चाहिए ।
मान संगरूर से AAP के दो बार के सांसद हैं और राष्ट्रीय स्तर पर मोदी लहर के बावजूद दोनों बार जीतकर आए हैं। हालांकि दिल्ली में आप नेतृत्व के एक सूत्र ने तर्क दिया है कि अरविंद केजरीवाल मान के पक्ष में नहीं हैं।