मथुरा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर समूचा ब्रज क्षेत्र कान्हा की एक झलक पाने के लिये देश के कोने कोने से आए श्रद्धालुओं के जनसैलाब में डूब गया है। तीर्थयात्रियों में यहां के विभिन्न मन्दिरों में दर्शन करने की होड़ लगी हुयी है । एक अनुमान के अनुसार शाम सात बजे तक 25 लाख से अधिक तीर्थयात्री विभिन्न मन्दिरों में लड्डू गोपाल की मनोरम छवि के दर्शन कर चुके थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेष कुमार पाण्डे ने 25 लाख तीर्थयात्रियों द्वारा विभिन्न मंदिरों में दर्शन करने की पुष्टि की है।
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उन्होंने बताया इतनी भीड़ आने के बावजूद प्रशासन का प्रयास है कि तीर्थयात्रियो को सुरक्षा से समझौता किये बिना आसानी से दर्शन हो सकें। इस बार बांकेबिहारी मन्दिर में मंगला के दर्शन के लिए दर्शनार्थियों की संख्या हाईकोर्ट के आदेशों के अनुरूप सीमित रहेगी। बांकेबिहारी मन्दिर के सेवायत आचार्य ज्ञानेन्द्र किशोर गोस्वामी ने बताया कि मन्दिर में जन्माष्टमी के दिन उसी प्रकार से सेवा होती है जैसी दिन प्रतिदिन होती है लेकिन रात में अभिषेक के बाद मंगला के दर्शन वर्ष में एक बार ही होते हैं।
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वृन्दावन के चार मन्दिरों एवं नन्दगांव के एक मन्दिर में जन्माष्टमी 27 अगस्त को मनाने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। वृन्दावन के सप्त देवालयों के सचिव पद्मनाभ गोस्वामी ने बताया कि राधारमण और राधा दामोदर मन्दिर के प्रबंधको द्वारा टीमों को लगाकर गाय का दूध दही इकट्ठा किया जा रहा है क्योंकि राधारमण मन्दिर में अभिषेक के लिए 27 मन दूध दही की आवश्यकता होती है जबकि राधा दामोदर मन्दिर में भी बहुत अधिक दूध दही की आवश्यकता होती है। इस मन्दिर में होली खेलने का लघु रूप भी इस त्योहार पर देखने को मिलता है। इन दोनो ही मन्दिरों में दिन में जन्माष्टमी मनाई जाती है। उधर आज श्रीकृष्ण जन्मस्थान से एक शोभा यात्रा शाम को निकाली गई जिसमें कान्हा की विभिन्न झांकियों को भी प्रस्तुत किया गया था। इस शोभायात्रा पर पुष्प वर्षा भी हुई जब यह विभिन्न बाजारों से होकर गुजरी। शोभा यात्रा का समापन भी श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर ही हुआ।