इटावा के राधाबल्लभ मंदिर पर राधा अष्टमी धूमधाम से मनाई गई
इटावा। पुराना शहर के छैराहा स्थित श्री राधाबल्लभ मंदिर पर श्री राधा रानी का जन्मोत्सव श्रद्धा भाव के साथ आध्यात्मिक वातावरण में धूमधाम से मनाया गया । इस अवसर पर श्री राधा रानी का बरसाने की परंपरा के अनुसार अभिषेक किया गया। अभिषेक के समय साक्षात बरसाने धाम का दृश्य साकार होता नजर आया। जय जय श्री राधे और जय श्री राधा बल्लभ लाल जी के जय घोष से मंदिर और आसपास का क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। सांय काल राधा वल्लभ लाल जी महाराज और श्री राधा रानी का आकर्षक व मनमोहक श्रृंगार किया गया। नयनाभिराम श्रंगार को देखने के लिए देर रात्रि तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
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श्री राधा रानी के जन्म उत्सव के पावन पर्व पर मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों और विद्युत की आकर्षक लाइटों से सजाया गया।
इटावा के वृंदावन धाम में प्रातः काल से उल्लास का माहौल था, प्रतिवर्ष की भांति श्री बरसाने की परंपरा अनुसार राधाष्टमी पर राधा रानी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। बरसाने धाम की परंपरा अनुसार दोपहर 12:00 बजते ही मंदिर घंटों व शंख ध्वनियों से गूंज उठा। इसके पश्चात श्री राधा रानी का सवा मन, दूध-दही, शहद, गंगाजल से बनाए गए पंचामृत से अभिषेक किया गया।महा अभिषेक के समय मंदिर परिसर जय-जय श्री राधे के जय घोष से गूंज उठा। मंदिर परिसर में श्री राधा रानी के जन्मोत्सव के अवसर पर सुबह 9:00 बजे से ही कार्यक्रम प्रारंभ हो गए थे ।
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कई नन्हे-मुन्ने बच्चों ने भजनों और धार्मिक गीतों पर झूम झूम कर नृत्य किया। अभिषेक के समय श्री राधा रानी के ऊपर श्रद्धालुओं की ओर से पुष्प वर्षा की गई कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखते हुए पर्व मनाया गया।श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए महंत गोस्वामी प्रकाश चंद महाराज ने कहा कि जहां राधा जी है वहां पर श्याम हैं और जहां पर श्याम हैं वहां पर राधा , श्री राधा कृष्ण एक प्राण दो देह हैं।
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