लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कई जनपद बाढ़ की चपेट में है नदियां खतरे के निशान से ऊपर आ गई हैं। सरयू और शारदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। हालांकि सरकार द्वारा राहत कार्य बचाओ चलाया जा रहा है लेकिन बाढ़ से करीब 517 गांव चपेट में आए हैं। हजारों लोग बेघर हो गए हैं तो वही यूपी राहत आयुक्त, संजय गोयल ने बताया कि प्रदेश में बाढ़ की स्थिति में कुछ सुधार आया है। वर्तमान में प्रदेश के 16 जनपदों के 517 गांव बाढ़ प्रभावित सूचित किए गए हैं।
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राहत आयुक्त ने बताया कि प्रदेश में अब सिर्फ 2 जगह पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर सूचित की गई हैं। शारदा नदी लखिमपुर खेरी जनपद में अपने खतरे के निशान से लगभग 38 सेंटीमीटर ऊपर और शरयू नदी बलिया में अपने खतरे के निशान से लगभग 35 सेंटीमीटर ऊपर सूचित की गई है। प्रदेश में अब तक 300 बाढ़ शरणालयों की स्थापना की गई है, जिनमें वर्तमान में 5 जनपदों के 32 बाढ़ शरणालयों में लगभग 900 व्यक्ति रह रहे हैं।
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संजय गोयल ने कहा बाढ़ से निपटने के लिए राहत कार्यों में 645 नाव प्रयोग में लाई जा रही हैं। विभागों के बीच समन्वय के लिए 735 बाढ़ चौकियों की भी स्थापना की गई है। 200 शिविर पशुओं के लिए संचालित किए गए हैं जिसमें 6,17,000 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में रह रहे लोगों को वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर रखा जा रहा है। इसके लिए सरकार ने 5 बाढ़ प्रभावित जनपदों में शरणालय की व्यवस्था की है। जहां पर लोगों को ला कर रखा जा रहा है।