डीएलएड प्रशिक्षु जानेंगे, बच्चे निपुण हुए या नहीं
औरैया। शैक्षिक स्तर के आधार पर अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) एवं संकुल शिक्षकों की ओर से घोषित किए गए निपुण विद्यालय में बच्चों के ज्ञान को परखने के लिए डीएलएड प्रशिक्षुओं को भेजा जाएगा। निपुण लक्ष्य एप पर बच्चों के शैक्षिक स्तर की रिपोर्ट आनलाइन भेजी जाएगी।
मंगलवार को डाइट प्राचार्य जी एस राजपूत के दिशा निर्देश पर डीएलएड प्रशिक्षुओं को स्टेट रिसोर्स पर्सन (एसआरजी) सुनील दत्त राजपूत, सुभाष रंजन द्विवेदी व अलका यादव व डाइट मेंटर विनय कश्यप द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
इस दौरान प्रशिक्षुओं को निपुण लक्ष्य एप व रीड अलोंग एप के इंस्टॉलेशन व उसके द्वारा बच्चों के शैक्षिक स्तर जांचने की प्रक्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया एवं प्रशिक्षुओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। जानकारी हो कि जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान के डीएलएड प्रशिक्षु एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) के माध्यम से चयनित 10-10 स्कूलों और शिक्षक संकुल के एक विद्यालय विद्यालयों का निपुण मूल्यांकन करेंगे। प्रशिक्षुओं की रिपोर्ट के आधार पर निपुण विद्यालय घोषित किए जाएंगे। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने डायट प्राचार्य को इस आशय का फरमान जारी किया है।जिले के परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक से कक्षा तीन तक के विद्यार्थियों को गणित, भाषा में निपुण बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
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एआरपी तथा शिक्षक संकुल को एक-एक विद्यालय दिसंबर 2023 तक निपुण विद्यालय बनाने का लक्ष्य दिया गया है। ऐसे में नवंबर माह में ही निपुण विद्यालयों के मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान के डीएलएड प्रशिक्षु चयनित विद्यालयों का मूल्यांकन करेंगे। राज्य परियोजना कार्यालय की ओर से रोस्टर जारी किया गया है। रोस्टर के माध्यम से ही डीएलएड प्रशिक्षु मूल्यांकन करेंगे। प्रशिक्षुओं के स्मार्ट फोन या टैबलेट पर प्रतिदिन औचक विद्यार्थियों की सूची उपलब्ध कराई जाएगी। प्रतिदिन यह डीएलएड प्रशिक्षु दो-दो परिषदीय विद्यालयों में मूल्यांकन करने जाएंगे। प्रत्येक विद्यालय का मूल्यांकन करने पर इन्हें 250 रुपये प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। दिसंबर माह में निपुण सम्मान दिवस का आयोजन कर चयनित निपुण विद्यालयों के शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा।