हर रात नौ बजे फोन पर मां से बाद करते थे जवान रामजी
औरैया। लेह में तैनाती स्थल पर बॉयलर फटने से शहीद हुए बीएसएफ के जवान रामजी तिवारी का शव शुक्रवार देर शाम उनके पैतृक गांव औरैया जिले के अछल्दा क्षेत्र में घसारा पहुंचा तो घर में एक बार फिर कोहराम मच गया। इस दौरान ग्रामीणों की भारी भीड़ शहीद के घर पर जमा हो गई थी। सूर्यास्त हो जाने के कारण शुक्रवार को सही जवान की अंत्येष्टि नहीं हो सकी, अब शनिवार सुबह शहीद को अंतिम विदाई भी जाएगी।
अछल्दा क्षेत्र के गांव घसारा निवासी जवान रामजी तिवारी के ड्यूटी के दौरान शहीद हो जाने से गांव में मातम छाया हुआ है। आसपास क्षेत्र के लोग शहीद हुए जवान के अन्तिम दर्शन के लिए सुबह से ही गांव में रुके रहे।
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वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी गांव में शहीद को सम्मान सहित विदा करने के लिए गांव में रुके रहे। बता दें कि घसारा गांव निवासी रामजी तिवारी पुत्र सुरेन्द्र तिवारी आर्मी में सूबेदार के पद पर तैनात थे। वह सन 2004 से देश की सेवा में जुड़े हुए थे। उनकी 15 दिन पहले ही लेह में तैनाती हुई थी, जहां ड्यूटी के दौरान बॉयलर फट जाने से 9 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिसमें 5 जवान शहीद हो गए। दिवंगत जवानों में रामजी तिवारी भी शामिल हैं। शहीद के भाई गोपाल ने बताया प्रतिदिन रात्रि 9 बजे भाई माता जी से फोन पर बात किया करते थे, लेकिन गुरुवार को फोन न आने पर घर वालों को चिंता हुई तब उधर से सेना के लेफ्टिनेंट अनुराग ने रामजी के घर के मोबाइल पर फोन कर घटना की जानकारी दी।
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उधर शहीद रामजी का शव दिल्ली से देर शाम एम्बुलेंस द्वारा गांव लाया गया। शव के देर शाम गांव पहुंचने व सूर्यास्त हो जाने के कारण अंत्येष्टि शनिवार सुबह किए जाने का निश्चय किया गया। क्षेत्रीय विधायक प्रदीप यादव ने शहीद के घर जाकर श्रद्धांजलि दी, वहीं शहीद के घर पर उपजिलाधिकारी बिधूना लवगीत कौर, क्षेत्राधिकारी बिधूना महेन्द्र प्रताप सिंह,नायब तहसीलदार प्रतिभा पाल, थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश,एरवाकटरा थानाध्यक्ष जीवाराम सहित अन्य लोग मौजूद रहे।