लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को टीम 11 के साथ बैठक में कहा कि जन सामान्य स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए एनसीआर के जनपदों में सतर्कता बढ़ती जाए। एनसीआर के 11 जनपदों में नोडल अधिकारी के रूप में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ निरंतर संवाद बनाए रखने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनलाॅक का अर्थ है अनुशासन। कोरोना से बचाव के लिए अनलाॅक व्यवस्था के दौरान पूर्ण अनुशासन के साथ रहना आवश्यक है।
डीएम, कमिश्नर के साथ भी नियमित संवाद हो
सीएम ने कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लगातार सतर्कता बरतने पर जोर देते हुए कहा कि कोविड तथा नाॅन कोविड अस्पतालों की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए हर स्तर पर संवाद आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारियों तथा मंडलायुक्तों के साथ भी नियमित संवाद कायम रखते हुए व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखा जाए।
कोरोना संक्रमित रोगियों की स्थिति को देखते हुए उन्हें उपचार के लिए एल-1, एल-2 अथवा एल-3 श्रेणी के अस्पताल में भर्ती किया जाए।
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उपचार की बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं
सीएम ने कहा कि जन स्वास्थ्य की दृष्टि से एनसीआर के जनपदों में सतर्कता बरती जाए। जनपद गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, हापुड़ तथा बुलन्दशहर पर विशेष ध्यान देते हुए इन जिलों में उपचार की बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने एनसीआर क्षेत्र के जनपदों के कोविड अस्पतालों में बेड तथा चिकित्साकर्मियों की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश भी दिए हैं।उन्होंने कहा है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की सुचारु उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इस संबंध में बैक-अप भी तैयार रखा जाए।
मनरेगा में 57 लाख से ज्यादा श्रमिकों को कार्य
मनरेगा के तहत प्रदेश में 57 लाख 12 हजार श्रमिकों को कार्य मिला जो वर्तमान में देश में सर्वाधिक है। मुख्यमंत्री ने कहा है
सभी औद्योगिक इकाइयों का सर्वे कराते हुए इन इकाइयों में रोजगार की आवश्यकता का आंकलन किया जाए।