- टीम-11 के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने दिए दिशा निर्देश
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने आवास पर टीम -11 के साथ बैठक में कोविड-19 बचाव और राहत कार्यों को लेकर जरूरी दिशानिर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड अस्पतालों एवं अन्य चिकित्सा सुविधाओं को और सुदृढ़ किए जाने के साथ ही, कोविड-19 की टेस्टिंग क्षमता को 15 जून, 2020 तक बढ़ाकर 15 हजार किए जाने तथा इस माह के अंत तक बढ़ाकर 20 हजार किया जाए ।
मुख्यमंत्री ने राज्य में एल-1, एल-2 व एल-3 कोविड अस्पतालों में बेड की कुल क्षमता को बढ़ाकर 01 लाख से अधिक करने तथा कोविड-19 की टेस्टिंग क्षमता के 10 हजार पार करने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के हर जनपद में एल-1 और एल-2 कोविड अस्पताल उपलब्ध हैं। एल-1 कोविड अस्पतालों में सामान्य बेड के साथ ही, ऑक्सीजन आपूर्ति की सुविधा से युक्त बेड भी उपलब्ध हैं। इसी प्रकार एल-2 कोविड अस्पतालों में वेंटीलेटर की सुविधा से युक्त बेड भी उपलब्ध हैं। सीएम ने कहा कि मार्च के प्रथम सप्ताह में जब प्रदेश में कोरोना वायरस कोविड-19 का पहला मामला प्रकाश में आया था, उस समय राज्य में इसकी टेस्टिंग क्षमता मात्र 50 थी। केंद्र सरकार के सहयोग से वर्तमान में प्रदेश की टेस्टिंग क्षमता को विकसित कर 10 हजार से अधिक कर लिया गया है।
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निराश्रित की अंत्येष्टि के लिए ग्राम प्रधान निधि से 5 हजार दें
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के निराश्रित व्यक्तियों को ग्राम प्रधान निधि से आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। जिस निराश्रित व्यक्ति के पास राशन न हो, उसे खाद्यान्न के लिए ग्राम प्रधान निधि से 01 हजार रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। किसी निराश्रित व्यक्ति के गम्भीर रूप से बीमार होने की स्थिति में, उसके आयुष्मान भारत योजना अथवा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से आच्छादित नहीं होने पर, तात्कालिक सहायता के रूप में ग्राम प्रधान निधि से दो हजार प्रदान किए जाएं। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रदेश में किसी निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसके परिवार को अंतिम संस्कार के लिए ग्राम प्रधान निधि से 5 हजार की आर्थिक मदद दी जाए