भोपाल। नामीबिया से कुनो नेशनल पार्क पहुंचते ही भारत में एक बाद फिर चीतों की मौजूदगी दर्ज हो गई है। मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ चीतों को छोड़ दिया है। ऐसे में अगर आप जानवर प्रेमी हैं और आपके मन में इन मेहमानों को देखने की उत्सुकता रही है तो आपको बता दें कि आप इन जानवरों को अभी नहीं देख पाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीतों को पिंजरे से आज़ाद करते हुए कहा कि कुनो नेशनल पार्क में इन चीतों को देखने के लिए लोगों को धैर्य दिखाना होगा और कुछ महीनों तक इंतजार करना होगा। आज ये चीते मेहमान बनकर आए हैं। इनको कुनो नेशनल पार्क में अपना घर बनाने में सक्षम होने के लिए हमें इन चीतों को कुछ महीने का समय देना होगा। और जब वह यहां बस जायेंगे तब लोग इन्हे देखने आ सकेंगे।
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आपको बता दें, साल 1952 में भारत की सरकार ने चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया था। वहीं, आज 72 साल बाद चीतों की एक बार फिर भारत में वापसी से जानवर प्रेमी काफी उत्साहित हैं। 1947 में मध्य प्रदेश के महाराजा रामानुज प्रताप सिंह देव ने दर्ज अंतिम तीन चीतों को मार डाला था। जिसके बाद इस जानवर को भारत में विलुप्त घोषित किया गया।अगर आप जानवर प्रेमी हो तो आपके लिए चीते और तेंदुए फर्क करना कुछ मुश्किल नहीं होगा लेकिन, आम लोगों के लिए ये आसान काम नहीं। वैसे देखने में तो तेंदुआ और चीता एक समान लगते है। बनावट भी कई हद तक एक जैसी होती है। पर आकार में थोड़ा फर्क होता है।