सीएमओ ने जरारी में हुई मौतों के आंकड़े से पल्ला झाडा
फर्रुखाबाद। जिले के जरारी गांव में बुखार की चपेट में आने से कई लोग बीमार पड़ गए हैं। पिछले पांच दिनों में बुखार की चपेट में आने से बच्चे समेत सात लोगों की मौत हो चुकी है। यहां ग्रामीण झोलाछाप डाक्टर पर भरोसा कर रहे हैं। गाँवो में घरो के आगे गंदगी के अंबार लगे हुए है। सफाई कर्मचारी गाँवो में सफाई करने नहीं जा रहे है।
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सीएमओ ने जरारी में हुई मौतों के आंकड़े से पल्ला झाड़ लिया है उन्होंने कहा है कि गांव में कोई भी मौत बुखार से नहीं हुई है। हर घर में मच्छरों का लारवा मिल रहा है जांच कराई जा रही है। कमालगंज भड़ौसा व नगला दाऊद के बाद अब ब्लाक के सबसे बड़े गांव जरारी में बुखार फैला है।20 हजार से अधिक आबादी वाले गांव जरारी गांव के मोहल्ले में तेज बुखार से पिछले पांच दिनों में बुखार की चपेट में आने से बच्चे समेत सात लोगों की मौत हो गई है।
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इससे गांव में दहशत है। घर-घर बीमारी का प्रकोप है। गांव वालों से कहा कि बारिश में हैंडपंप से गंदा पानी भी आ जाता है। यह पानी भी बीमारी का कारण हो सकता है। जिला मलेरिया अधिकारी ने पीएचसी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। डेंगू व मलेरिया की 100-100 जांच किट उपलब्ध कराईं।गांव में टीम जाती जरूर है मगर खाना पूर्ति कर वापस आ जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि अधिकांश लोग प्राइवेट इलाज करा रहे हैं।
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गांव के 50 से ज्यादा लोग कमालगंज, कन्नौज के छिबरामऊ व गुरसहायगंज के नर्सिंग होम में भर्ती हैं। कई लोगों का डेंगू का इलाज कराया जा रहा है।
सीएमओ सतीश चन्द्रा ने जरारी में हुई मौतों के आंकड़े से पल्ला झाड़ लिया है उन्होंने कहा है कि गांव में कोई भी मौत बुखार से नहीं हुई है। हर घर में मच्छरों का लारवा मिल रहा है जांच कराई जा रही है।