- 3 जनपदों के 16 बाढ़ शरणालयों में लगभग 1200 व्यक्ति रह रहे हैं।
- राहत कार्यों में 645 नाव प्रयोग में लाई जा रही हैं।
लखनऊ: भारी बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी के चलते यूपी के कई जनपदों में स्थिति भयावह है। वर्तमान में प्रदेश के 16 जनपदों के 523 गांव बाढ़ प्रभावित सूचित किए गए हैं, बाढ़ की वर्तमान स्थिति स्थिर बनी हुई है। प्रदेश में अब 2 नदियां खतरे के निशान से ऊपर सूचित की गई हैं। शारदा नदी लखिमपुर खेरी जनपद में और शरयू नदी बलिया में अपने खतरे के निशान से ऊपर सूचित की गई है।
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उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त, संजय गोयल ने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए राहत कार्यों में 645 नाव प्रयोग में लाई जा रही हैं। विभागों के बीच समन्वय के लिए 735 बाढ़ चौकियों की भी स्थापना की गई है। 242 पशु शिविर संचालित किए गए हैं जिसमें 6,29,000 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। प्रदेश में अब तक 300 बाढ़ शरणालयों की स्थापना की गई है, जिनमें वर्तमान में 3 जनपदों के 16 बाढ़ शरणालयों में लगभग 1200 व्यक्ति रह रहे हैं।
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बाढ़ की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित सरयू और शारदा नदी के तटीय इलाके के लोग हुए है। हजारों लोग बेघर हो गए है। हालांकि सरकार ने कई जनपदों में शरणालयों की व्यवस्था की है। लेकिन इसका लाभ सभी को नहीं मिल पा रहा है। बाढ़ ने हर तरफ तबाही मचा रखी है। लोग अपने आशियानों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर है। सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। लोगों में ख़ौफ़ बढ़ता ही जा रहा है।