पुलिस से बचते हुए शॉर्टकट अपनाकर ग्वालियर से औरैया के गांव बबाइन के लिए निकला था परिवार
डोंगी से यमुना नदी पार करते समय हुआ हादसा, 7 साल की रिस्तेदार की बच्ची व 10 साल के बेटे की हुई मौत
औरैया: औरैया जिले के बीहड़ी गांव बबाइन आने के लिए ग्वालियर से निकला 4 सदस्यीय परिवार व एक रिश्तेदार की बेटी के साथ रविवार को डोंगी( छोटी शिकारी नाव) पलटने से यमुना नदी के गहरे पानी में जा गिरा। हालांकि तत्काल मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर सभी को यमुना से निकाल लिया। सभी को इटावा की बिठौली थाना पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। जहां रिस्तेदार की बेटी व 10 साल के एक बच्चे को मृत घोषित किया गया. हादसे की खबर बबाइन गांव पहुंची तो वहां घर में कोहराम मच गया। घर में मौजूद वृद्ध माता-पिता को ग्रामीणों ने ढांढस से बंधाया। अजीतमल डीएसपी कमलेश नारायण पांडे व एसएचओ अयाना गया प्रसाद वर्मा भी गांव पहुंचे।
जिले के थाना अयाना के क्षेत्र बवाइन निवासी पप्पन (38) पुत्र जगदीश सिंह अपनी पत्नी नीरज (36)
बच्चे आर्यन (10) वर्ष, कार्तिक (15) और पप्पन की साली की 7 वर्षीय बेटी जानू ग्वालियर से अपने गांव बबाइन आ रहे थे।यह लोग पुलिस के डर और कम दूरी होने के कारण बीहड़ के रास्ते बबाइन पैंटून पुल पर आ गए ,लेकिन आंधी आने से पुल टूट गया था। यह देख पप्पन अपने परिवार के साथ मचल की मढ़ैया गांव के सामने से डोंगी से यमुना नदी पार कर नगला महेवा गांव होकर अपने घर जाना चाहते थे।
करीब 12:00 बजे नीरज डोंगी पर सवार हो कर यमुना पार करने लगे ,बजन ज्यादा होने से थोड़ा अंदर जाते ही डोंगी डूब गयी। डोंगी में 5 लोग और एक मोटरसाइकिल थी।
यह देख नदी के किनारे बकरियां चरा रहे नगला महेवा निवासी ईश्वर दयाल मदद के लिए गांव की तरफ भागे और ग्रामीणों को सूचना दी। प्रधान लल्ला सिंह ने इस तरफ से डोंगी भेजी। बाबू जी, कृष्ण, वीर सिंह और श्याम सिंह आदि ने इटावा सीमा में जाकर डूबते हुए पांचों लोगों को बाहर निकाला। हालाँकि तबतक हसनपुर थाना खंदौली जनपद आगरा निवासी रिश्तेदार प्रेम की पुत्री जानू व पप्पन के 10 वर्षीय बेटे आर्यन की हालत काफी बिगड़ चुकी थी. दोनों को अस्पताल में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।