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एनटीपीसी में हुए 5 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण हुआ सम्पन्न

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एनटीपीसी में हुए 5 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण हुआ सम्पन्न

दिबियापुर (औरैया)। बीते 4 दिसंबर से 8 दिसंबर तक भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के सहयोग से एनटीपीसी द्वारा आयोजित महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पांच दिवसीय उद्यमिता विकास प्रषिक्षण कार्यक्रम का एनटीपीसी परियोजना के कर्मचारी विकास केंद्र में सफलतापूर्वक समापन किया गया। प्रषिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं को पांच दिनों में उद्यमिता और उद्यमषीलता मानसिकता, टीम निर्माण, व्यवसाय, मॉडलिंग, अन्य इत्यादि पर अंजनी कुमार द्वारा महिलाओं का ज्ञानार्जन किया गया। लगभग 50 महिलाओं को सफल उद्यम “न्यू अम्रिता मिल्क” फूड का एक्सपोजर भ्रमण गांव रूरूखुर्द में कराया गया, जहां उन्हें दिखाया गया कि दूध को प्रोसेस कर, किस प्रकार से पनीर, खोया, घी और दही बना सकते है, उसे मार्केट में सेल करके कैसे मुनाफा कमाया जा सकता है |

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यह भी उन्हें गांव में कार्य कर रहे विकास जी ने बताया। विकास जी ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि किस प्रकार से उन्होंनें महात्मा गांधी खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना से पहले प्रषिक्षण प्राप्त किया उसके बाद उन्होने छोटे स्तर पर कार्य शुरू किया। बाद में कार्य बड़ाने के लिए स्वयं की पूंजी लगाकर मषीनें खरीदी, जिन पर उन्हे लगभग 40 प्रतिषत तक सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की गई। विकास जी को इस कार्य में कितना मुनाफा होता है और स्वरोजगार स्थापित करने में क्या क्या कठिनाइयां आई सभी महिलाओं ने विस्तार से समझा। जिससे प्रेरणा लेते हुए महिलाए अपना स्वयं का स्वरोजगार स्थापित कर सके, क्यो कि गांव में महिलाऐं पषुपालन भी करती है। महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए एनटीपीसी औरैया और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद सतत प्रयासरत हैं।

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प्रोफेसर नीलम सक्सेंना ने अपने सत्र में बताया कि उद्यमी को ग्राहक सेवा का ध्यान रखना चाहिए कि ग्राहक को सामान लेते समय सोचना न पड़े, उसकी आवश्यकता अनुसार उसे सामान उपलब्ध हो। राजीव शुक्ला जी ने अपने सत्र में महिलाओं को आंवले का मुरब्बा बनाने के लिए ओस्मोसिस प्रक्रिया आदि के बारे में बताया, जिससे मुरब्बा की सेल्फ लाइफ अधिक रहती है, इसके अतिरिक्त गाजर का मुरब्बा, मिक्स अचार आदि बनाने और इनकी सेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए प्रजरवेटिव के इस्तेमाल और मात्रा के बारे में समझाया।प्रोफेसर नीलम सक्सेना के सत्र के दौरान संयुक्ता महिला समिति, केंद्रीय कार्यालय, नई दिल्ली से पधारीं वरिष्ठ सदस्याएँ, श्रीमती ममता पटेल एवं सुनीता श्रीनिवासन ने भी अध्यक्षा जागृति महिला मंडल, सरोज अहलावत एवं अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) रॉय थॉमस की उपस्थिति में महिलाओं से संवाद स्थापित किया।

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एफ.पी.ओ. इन्चार्ज लालजी तिवारी ने मषरूम के उत्पादन के बारे में बताया। एनटीपीसी कार्यकारी सी.एस.आर. सुश्री जेनेट फर्नांडिस ने अपने सत्र में, उत्पाद की पैकेजिंग और दिखने में आकर्षित होना चाहिए आदि समझाया। EDII प्रोजेक्ट अधिकारी, दिलीप सिंह ने सोशल मीडिया,मार्केटिंग और कानूनी अनुपालन को अपने सत्र में समझाया। महिलाओं ने बताया कि प्रषिक्षण में हमने जो सीखा है वह हमें अपने उद्यम को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा। महिलाओं ने नई तकनीकों का प्रयोग करना शुरू कर दिया है। यह 5 दिवसीय प्रशिक्षण हँसी-खुशी एवं निर्बाध सम्पन्न हुआ।

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