17 और मरीजों ने कोरोना महामारी को मात देकर जिंदगी की जंग जीती
शिवम दुबे, इटावा: चिकित्सा विश्वविद्यालय सैफई में भर्ती 17 और कोरोना संक्रमित मरीजों ने कोरोना को मात देकर जिंदगी की जंग जीत ली। ये सभी मरीज आगरा से यहां 23 अप्रैल को भेजे गए थे। इन सभी 17 मरीजों को मिलाकर अभी तक कुल 48 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर विश्वविद्यालय से डिसचार्ज किए जा चुके हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डा0 राजकुमार ने बताया कि ये सभी मरीज भी कोरोना वारियर्स हैं जिन्होंने इलाज के दौरान अनुशासनपूर्वक कोविड-19 अस्पताल प्रशासन का इलाज के दौरान सहयोग किया तथा चिकित्सकों एवं हेल्थ केयर वर्कर्स द्वारा बताई गई जरूरी सलाह को माना और आज वह पूरी तरह ठीक हो कर अस्पताल से डिस्चार्ज हो रहे हैं। विश्विद्यालय में 23 अप्रैल को आने तथा कोविड-19 अस्पताल में इलाज होने के बाद इनकी सैम्पलिंग गाइडलाइन के अनुसार की गयी जिसमें दोनों सैंपलिंग निगेटिव आयी है। अब उन्हें इस निर्देश के साथ डिस्चार्ज किया जा रहा है कि यहां से जाने के बाद वह दो हफ्ते सेल्फ क्वारंटाइन में रहेंगे तथा इसके साथ ही उन्हें क्वारंटाइन सम्बन्धित गाइडलान की प्रति दी गयी है।
प्रोफेसर राजकुमार ने यह भी कहा कि जल्द ही विश्वविद्यालय के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों के लिए भी इसी प्रकार की खुशखबरी आने की सम्भावना है। उन्होंने यह भी बताया कि इन सभी 17 कोरोना मरीजों की विश्वविद्यालय में भर्ती के बाद किए गए दोनों रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने आगरा प्रशासन को इसकी जानकारी दी। इसके बाद आगरा प्रशासन ने सीएमओ आगरा को इस संबंध में अवगत कराया। सीएमओ आगरा ने मरीजों को लेने के लिए एम्बुलेंस भेजी। इस दौरान विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डा0 रमाकान्त यादव, कुलसचिव सुरेश चन्द्र शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक डा0 आदेश कुमार, नर्सिग अधीक्षिका लवली जेम्स, कोविड-19 के नोडल अधिकारी डा0 रमाकान्त रावत, मीडिया प्रभारी डा0 अमित सिंह, मेडिसिन विभागाध्यक्ष डा0 मनोज कुमार आदि उपस्थित रहे।
बीमारी को मात देकर बोले उन्हें व परिवार को मिली नई जिंदगी
कोरोना महामारी को मात देकर जिंदगी की जंग जीतने वाले योद्धाओं ने बताया कि डिस्चार्ज होने के बाद उन्हें लग रहा है कि उन्हें तथा उनके परिवार को नयी जिंदगी मिली है। इसके लिए वह ईश्वर के साथ चिकित्सा विश्वविद्यालय, सैफई के कुलपति प्रो0 डा0 राजकुमार तथा विश्वविद्यालय के कोविड-19 अस्पताल के सभी हेल्थ वर्कर्स का तहेदिल से शुक्रगुजार है। सभी कोरोना योद्धाओं ने यह भी कहा कि यहाॅ आने के बाद उन्हें तथा उनके परिवार का जिस तरह ख्याल रखा गया उसे वह और उन सभी का पूरा परिवार जिन्दगी भर नहीं भूलेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 राजकुमार को इस बात के लिए विशेष धन्यवाद दिया कि उनके द्वारा कोविड-19 मरीजों के लिए चलाये गये योगा एवं ध्यान तथा आयुर्वेदिक काढ़ा का उनके तथा उनके साथी मरीजों पर बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ा उनके हेल्थ में तेजी से सुधार हुआ और वह और उनका परिवार कोरोना की जंग में विजयी होकर निकले हैं।
आयुर्वेदिक काढ़ा से बढ़ाएं इम्युनिटी पॉवर
कुलपति ने सभी स्वस्थ हुए कोरोना वारियर्स के आग्रह पर उन्हें आयुर्वेदिक काढ़ा घर पर बनाने की विधि भी विस्तार से बतायी और उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक काढ़ा एवं नियमित व्यायाम से उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होगी।
प्रतिकुलपति डा0 रमाकान्त यादव ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ प्रो राजकुमार द्वारा लिखी गई ‘‘व्यायाम एक आयाम‘‘ नामक पुस्तक, जिसका विमोचन पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान द्वारा 21 फरवरी को किया गया था, की प्रतियों को इन सभी मरीजों को डिस्ट्रीब्यूट किया गया तथा व्यायाम के महत्व को समझाया गया। इनके विदाई के समय चिकित्सकों एवं हेल्थ वर्कर्स टीम द्वारा फूल देकर एवं ताली बजाकर भेजा गया।